नींबू ( lime ) के घरेलू उपयोग, लाभ एवं महत्व

नींबू
Neebu


नींबू के उपयोग - Nimbu ke upyog



इस लेख में नींबू के उपयोग, लाभ व महत्व के बारे में बताने जा रहे हैं । नींबू  के बारे मे सभी लोग जानते है । इससे नींबू का अचार व चटनी बनाई जाती है व सलाद पर निचोड़ कर खाया जाता है ।




इसकी एक खास बात होती है कि बाकी फल पकने के बाद मीठे होते है जबकि यह खट्टा हो जाता है, इस खटास के कारण इसकी तासीर अम्लीय होती है । अम्लीय होने के बाद भी यह पित्त शामक होता है ।




नींबू मे विटामिन 'C' प्रमुखता से पाया जाता है । इस लिए इसमे स्कर्वी रोग को समाप्त करने का गुण पाया जाता है । जो लोग पेट की अनेक समस्याओं जैसे पेट मे ऐठन, जलन और गैस की समस्या आदि से परेशान होते हैं, उन्हें नियमित रूप से नींबू पानी का उपयोग करना चाहिए ।




नींबू के अनेक घरेलू उपयोग, लाभ होते हैं । नींबू के रस में सिट्रिक एसिड, मेलिक एसिड फास्फोरिक एसिड, शर्करा आदि तत्व पाए जाते हैं, कागजी नीबू  खट्टा, हल्का, पाचक व वातनाशक होता है ।



तुलसी वात पित कफ में लाभदायक व रुचिकारक होता है । इसका वैज्ञानिक नाम है। अंग्रेजी में इसे lime तथा lemon of India कहते है । गुजराती में- लिम्बु, पंजाबी - निब्बू, फारसी - लिमू कहा जााता है ।


नींबू के उपाय ( nimbu ke upay)



1. कील मुहांसे में नींबू के उपाय (Nimbu ke upay):




  • नींबू के रस को चेहरे पर मलने से कील मुहासे ठीक हो जाते है।



  • नींबू के रस मे शहद मिला कर चेहरे पर लगाने से झुर्रियाँ मिटती है ।



  • चेहरे पर निखार लाने के लिए, अण्डे की सफेदी मे नींबू का रस मिला कर लगाया जाता है ।



नींबू
Nimbu


2. आँखों में नींबू के उपाय (Nimbu ke upay):




  • काटे हुए नीबू के आधे भाग को लोहे के जंग पर रगड़ कर पीले कपड़े मे पोटली बना कर आंखों पर घुमाने से आंखों की खुजली व लाली मिट जाती है ।



  •  नींबू के रस को लोहे की खरल में तब तक घोटा जाता है, जब तक रस कला ना हो जाए । फिर इस रस का अंजन करना है या आंखों के चारो और लेप लगाना है । इससे आंखों के दर्द मे आराम मिलता है । 






      3. अरुचि में नींबू के लाभ (Nimbu ke labh) :




      अगर कोई चीज खाने का मन न होता हो तो नींबू  के रस रस मे दुगना पानी मिला कर शर्बत बना ले, फिर इसमे  पिसी हुई 1 या 2 लोंग और काली मिर्च मिला कर पीने से अरुचि मिटती है ।



      नींबू को काट कर इस पर हल्का कला नामक लगा कर चाटने से भी खाने का मन बन जाता है । नींबू के रस को गर्मी के दिनों में पीने से पेट की मंद अग्नि को तीव्र करता है ।



      4. मोटापे में निबू के उपयोग (Nimbu ke upyog):




      इसका उपयोग मोटापा दूर करने मे भी किया जाता है । जल की 200 ग्राम मात्रा मे दो चम्मच नींबू का रस व एक चम्मच शहद मिलाकर सुबह शाम पीने से मोटापा कम होता है ।



      5. लीवर को उत्तेजित करना  (liver me Nimbu ke fayde):




      • एक गिलास पानी मे नींबू का रस तथा मिश्री मिला कर सुह के वक्त चाय की तरह पीने से लीवर उत्तेजित हो जाता है । लीवर के रोगों मे इसके रस मे भुनी हुई अजवायन और थोड़ा सेंधा नामक मिला कर पीने से फायदा होता है ।



      • नींबू पानी, हाई शुगर वाले जूस व ड्रिंक का बेहतर विकल्प माना जाता है । खासतौर से उनके लिए जो डायबिटीज के मरीज हैं या वजन कम करना चाहते हैं । वे नीबू पानी का उपयोग करते है ।



      • नींबू पानी में मौजूद नींबू का रस पाचन में फायदेमन्द  है । साथ ही यह एसिडिटी और के खतरे को भी कम करता है ।



      6. पित्त में नींबू के उपयोग (Nimbu ke upyog):




      एक नींबू के रस मे 5 ग्राम मिश्री मिला कर पीने से पित्त का नाश होता है । खट्टा होने के बाद भी ये पित्त का शमन करता है ।



      नींबू का पेड़
      neebu ka ped



      7. यकृत - liver पर नींबू का देसी आयुर्वेदिक उपाय - Nimbu ke desi ayurvedik upay




      नींबू पानी  पीने से इसका स्वास्थ्य पर बहुत अच्छा प्रभाव पड़ता है, इसका किडनी स्टोन से राहत दिलाने में बहत उपयोगी है । जब किडनी से urine का फ्लो कम हो जाता है तो अत्यधिक पीड़ा का अहसास होता है ।  इसमे नींबू पानी पीने से शरीर को fayda मिलता है और यह यूरीन को पतला रखने में सहायता  करता है । साथ ही यह किडनी स्टोन नही बनने  देता  है । 




      यह भी पढ़े: आक (मदार) के फायदे व 12 रोगों के उपचार। 



      8. शुगर में नींबू पानी के फायदे (Nimbu paani ke fayde ) :




      नींबू पानी, हाई शुगर वाले जूस व ड्रिंक का बेहतर विकल्प माना जाता है । खासतौर से उनके लिए जो डायबिटीज के मरीज हैं या वजन कम करना चाहते हैं, उन लोगो का नीबू पानी का इस्तेमाल करना चाहिए । नींबू पानी में मौजूद नींबू का रस पाचन के लिए आवश्यक है । साथ ही यह एसिडिटी और के खतरे को भी कम करता है।



      9. केश( बाल ) में नींबू के उपयोग  (Nimbu ke upyog) :




      • अगर बाल घुघराले करने हों तो एक चम्मच मेथी दाना व बेर के 10 से 12 नींबू के पेड़ के पत्ते बारीक पीस कर सिर पर लगाने से बाल घुंघराले हो जाते हैं ।



      • नींबू के रस के साथ आँवला के फल को पीस कर लेप बना कर सिर पर लगा कर थोड़ी देर के बाद सिर धोलें इससे सिर की रूसी मिट जाती है ।



      10. त्वचा रोग मे नींबू के उपयोग (Nimbu ke upyog):




      नियमित रूप से नींबू पानी पीने से त्वचा मे चमक बनी रहती है । नींबू एंटीऑक्सीडेंट्स, तथा एंटी एजिंग गुणों से भरपूर होता है । त्वचा पर झुर्रियां नही आती । तथा चेहरे पर चमक बनी रहती है ।


      11. डायरिया में नींबू के फायदे (Nimbu ke fayde): 




      नींबू डायरिया जैसी समस्याओं में असरदार होता है । मासिक चक्र के दौरान महिलाएं तीन से चार नींबू के रस का प्रयोग कर दर्द से निजात पा सकती हैं ।



      Nimbu
      नींबू


      12. स्कर्वी  रोग में नींबू के उपयोग (Nimbu ke upyog):




      स्कर्वी रोग का इलाज करने के लिए नींबू का ताजा रस 4 औंस, पोटेशियम क्लोरेट 60 ग्रेन, कुनैन 6 ग्रेन, शकर, इन सभी को मिला लेवें। इसकी 2 औंस की मात्रा दिन मे तीन चार बार लेने से स्कर्वी रोग मे फायदा होता है तथा खाने मे नीबू, आँवल, टमाटर, अनार तथा संतरा आदि का प्रयोग करना चाहिए।


      विशेष 




      इसके घरेलू उपयोग, लाभ के अतिरिक्त कुछ बाते ध्यान देने की हैं । नींबू का उपयोग सदियों से किया जा रहा है । यह बहुत ही फायदे वाला होता है । इसका अचार लोग बहुत ही चाव से खाते हैं । ऊपर बाते प्रयोगों को अतिरिक्त इसका प्रयोग पेट मे दर्द, अतिसार, बिछु काटने, मौसमी बुखार, खाज आदि रोगों मे किया जाता है ।



      परम पूज्य स्वामी रामदेव जी के द्वारा किया स्वानुभूत प्रयोग है कि पीने लायक एक कप  गर्म दूध में आधा नींबू निचोड़ कर दूध फटने से पूर्व पीने से बवासीर में फायदा होता है व रक्त स्राव को भी बंद हो जाता है ।




      नींबू की तासीर डंडी होती है, इसलिए इसका प्रयोग गर्मियों मे करने की सलाह दी जाती है। गर्मियों में नींबू का बहुत महत्व है । यह सर्दियों मे ठण्डक देता है व नुकसान दे सकता है ।




      नींबू का बहुत अधिक मात्रा में उपयोग नही करना चाहिए इसमें सिट्रिक एसिड होता है, जिससे  दांत खट्टे होते हैं व दांतो के एनेमल को नुकसान पहुचता है । व एसिडिटी भी हो सकती है । इस लिए नींबू का उपयोग - nimbu ka upyog उ मात्रा में ही करें।


        ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~