ग्रीन टी के फायदे - green tea ke fayde
आज इस लेख के ज़रिए हम आपको ग्रीन-टी क्या है, ग्रीन टी के उपयोग, ग्रीन-टी पीने के फायदे और ग्रीन-टी के नुकसान के बारे में बताने जा रहे हैं ।
चाय पीने वाले लोगों में बीस प्रतिशत लोग ग्रीन टी पीते है । पुराने समय से ही भारत में इसे औषधी के रूप में प्रयोग किया जाता है । इंडियन मेडिकल साइंस में ग्रीन-टी या काे काफी फायदेमंद माना जाता है ।
ग्रीन-टी पीने के फायदे ( green tea peene ke fayde ) :
ग्रीन-टी में उपस्थित पोषक तत्व स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं । ग्रीन-टी वज़न कम करने के लिए फायदेमंद होती है ।
इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट, मेटा- बॉलिज़्म को बढाकर वज़न कम करने में सहायता करते है । इसमें मौजूद सक्रिय यौगिक, फैट बर्निंग हॉर्मोन को प्रभावित करते हैं ।
ग्रीन टी |
यूके में हुए एक अध्ययन में पाया गया है कि ग्रीन-टी पीने से व मध्यम व्यायाम करने से फैट ऑक्सीडेशन बढ़ता है, और मोटापे से बचाता है । व इंसुलिन संवेदनशीलता में भी सुधार लाता है।
ग्रीन-टी में मौजूद ईजीसीजी (EGCG) जादू का काम करता है । ग्रीन-टी से मेटाबॉलिक रेट दर बढ़ जाता है, और हर समय थोड़ी न थोड़ी कैलोरी कम होती है । यहां तक कि जब आप सो रहे होते हैं, तब भी कैलोरी का लॉस होता है ।
1. मुंह के रोग में ग्रीन-टी ( green tea peene ke fayde ):
अध्ययनों के अनुसार, जो लोग ग्रीन-टी का सेवन करते हैं, उनके मुंह में किसी प्रकार का संक्रमण नहीं होता । एक भारतीय अध्ययन में बताया गया है कि किस प्रकार ग्रीन-टी, मसूड़ों के लिए वरदान है । ग्रीन-टी, बैक्टीरियल रोग व दांतों की मैल को नियंत्रित कर दांतों को खराब होने से बचाती है ।
हरी चाय में फ्लोराइड भी होता है, जो दांतों को खराब होने से बचाता है । यह चाय स्ट्रेप्टोकोकस म्यूटन्स ( Strepto coccus mutans ) नामक बैक्टीरिया से भी लड़ती है, जो आमतौर पर दांतों में पाए जाते हैं ।
2. डायबिटीज़ के लिए ग्रीन-टी पीने के फायदे ( green tee pine ke fayde)
ग्रीन-टी शरीर की कोशिकाओं को संवेदनशील करती है, ताकि वो चीनी को अच्छे से हजम कर सकें, और मधुमेह के प्रभाव को कम कर सकें । एक अध्ययन के अनुसार, अगर कोई व्यक्ति पूरे दिन में छह या उससे अधिक कप ग्रीन-टी का सेवन करे, तो टाइप-2 डायबिटीज़ का ख़तरा कुछ प्रतिशत तक कम हो सकता है।
इस बारे में अपने डॉक्टर से सलाह लेना भी ज़रूरी है, क्योंकि एक दिन में 6 कप ग्रीन-टी पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है ।
ग्रीन-टी, एंजाइम करियाशीलत को रोकता है, जिससे रक्त प्रवाह में अवशोषित चीनी की मात्रा कम हो जाती है । ग्रीन-टी खासकर के टाइप-2 डायबिटीज़ में ज़्यादा फायदेमंद है, क्योंकि इसमें एंटी-डायबिटिक गुण होता हैं ।
3. कोलेस्ट्रॉल के लिए ग्रीन-टी के फायदे ( green tea ke fayde):
हार्वर्ड मेडिकल कॉलेज की एक रिपोर्ट में कहा गया है, कि ग्रीन-टी दिल की बीमारी से रक्षा कर सकता है । ग्रीन-टी हानिकारक कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है । जिससे ह्रदय रोग होने की आशंका कम हो जाती है, क्लस्ट्रोल के स्तर को कम कर देती है ।
अधिकांश अध्ययन ग्रीन-टी कैप्सूल के उपयोग पर किए गए हैं, लेकिन ग्रीन टी भी काफी फायदेमंद हो सकती है ।
4. रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है ग्रीन टी:
ग्रीन टी में मौजूद कैटेकिन (catechins) रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मुख्य भूमिका निभाता है, चाय इम्युनिटी को बढ़ाकर एंटी ऑक्सीडेंट्स का काम करती है । ग्रीन-टी में ईजीसीजी रेगुलेटरी मौजूद होता है, और इम्यून सिस्टम को नियंत्रित करता है ।
5. पाचन के लिए ग्रीन-टी (green tea for digetion in Hindi)
ग्रीन-टी में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट पाचन क्रिया को नियमित करता है। ग्रीन-टी में मौजूद कैटेकिन पाचन एंजाइम की क्रिया को धीमा करता है । इसका अर्थ है कि आंत पूरी कैलोरी को अवशोषित नहीं करती, जिससे वज़न कम करने में फायदा होता है । ग्रीन-टी में विटामिन-बी, सी और ई भी होता है।
6. कैंसर में ग्रीन-टी के फायदे (Green tea ke fayde )
एक और अध्ययन के अनुसार, ग्रीन-टी कई प्रकार के कैंसर (फेफड़े, त्वचा, स्तन, लिवर, पेट और आंत) से हमारी रक्षा करती है । ग्रीन-टी कैंसर कोशिका के प्रसार को रोकती हैं । ईजीसीजी स्वस्थ कोशिकाओं को प्रभावित किए बगैर कैंसर कोशिकाओं को खत्म करता है, इस यह कैंसर के इलाज में मददगार साबित हो सकता है।
कुछ शोध के अनुसार कैंसर के इलाज के समय एक दिन में चार कप ग्रीन-टी पीना लाभकारी साबित हो सकता है, लेकिन ऐसा करने से पहले चिकित्सक से परामर्श लेना ज़रूरी है ।
7. ब्लड प्रेशर में ग्रीन-टी के उपयोग ( green tea ke upyog ):
ऑक्सीडेटिव तनाव से खून में फैट बढ़ता है, जिससे धमनियों में सूजन आ जाती है और यह उच्च रक्तचाप का कारण बनता है । वहीं ग्रीन-टी पीने से इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट सूजन को कम करके रक्तचाप को कम करने में सहायता करता हैं, यहां तक कि ग्रीन-टी हानिकारक कोलेस्ट्रॉल को भी कम करता है, जिससे ह्रदय संबंधी परेशानियां कम होती हैं, ग्रीन-टी के सेवन से ब्लड प्रेशर नियंत्रित हो सकता है ।
इसके लगातार सेवन करने से रक्तचाप में सुधार होता है । इसके अलावा, कम रक्तचाप के मरीज़ों में कोरोनरी हृदय रोग और दिल के दौरे का ख़तरा कुछ प्रतिशत तक कम हो सकता है ।
8. गठिया में ग्रीन - टी के उपयोग ( Green tea ke upyog ):
ग्रीन-टी में ईजीसीजी के एंटीऑक्सीडेंट गुण के कारण सूजन और गठिया दर्द को कम करती हैं । ग्रीन-टी हड्डियों के स्वास्थ्य में सुधार लाती है और ऑस्टिओ आर्थइराइटिस (Osteoarthritis) में गुणकारी होती है ।
ग्रीन टी में मौजूद ईजीसीजी आर्थराइटिस पर काफ़ी प्रभावी होता है। ग्रीन-टी रूमेटोइड गठिया (rheumatoid arthritis) में सूजन को कम करके आराम पहुंचाती है ।
9. तनाव में ग्रीन-टी के लाभ ( green tea ke labh ):
ग्रीन-टी में उपस्थित कैफीन (caffeine) तनाव को कम करने में अहम भूमिका निभती है । एक दिन में तीन से चार कप ग्रीन-टी का सेवन तनाव को कम कर सकता है ।
10. मानसिक स्वास्थ्य में ग्रीन-टी (Green tea ke upyog ) :
आपको जानकर आश्चर्य होगा, लेकिन यह सच है कि ग्रीन-टी आपके मानसिक स्वास्थ के लिए बहुत फायदेमंद है । ग्रीन-टी में कैफीन होता है, कैफीन मस्तिष्क के लिए अवरोधक न्यूरोट्रांसमीटर की गतिविधि को रोकता है । जिस कारण यह न्यूरॉन्स में सुधार कर मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ाता है, इससे यादाश्त तेज़ होती है, और ब्रेन फंक्शन भी ठीक से होने लगता है,
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11. अल्ज़ाइमर के खतरे को कम करती है ग्रीन-टी:
ग्रीन-टी के सेवन से कई मानसिक बीमारियों का जोखिम भी कम होता है। अल्ज़ाइमर और पार्किंसंस उन्हीं कुछ बीमारियों में से एक है । उम्र के साथ होने वाली मानसिक बीमारी अल्ज़ाइमर बहुत ही आम होती जा रही है । इसमें दिन-प्रतिदिन व्यक्ति की याददाश्त कमज़ोर होने लगती है और निर्णय लेने की क्षमता कम होने लगती है । वहीं, पार्किसन में मनुष्य के हाथ-पांव कांपने लगते हैं ।
ये दोनों बीमारियां उम्र होने पर होती हैं, लेकिन कभी-कभी यह छोटी उम्र में भी होती हैं और उम्र के साथ-साथ बढ़ती चली जाती है । ऐसे में ग्रीन-टी का सेवन इन दोनों बीमारी के खतरे को कम करती है ।
ग्रीन टी जिसे हरी चाय भी कहते है, मोटापा कम करने के लिये बहुत ही उपयोगी है । अगर आप अधिक वजन और पेट की चर्बी से तंग आ चुके है, तो सुबह व रात को सोते समय एक एक कप ग्रीन टी का सेवन करें ।
12. मोटापा कम करने में ग्रीन टी के फायदे ( green tea ke fayde ):
ग्रीन टी जिसे हरी चाय भी कहते है, मोटापा कम करने के लिये बहुत ही उपयोगी है । अगर आप अधिक वजन और पेट की चर्बी से तंग आ चुके है, तो सुबह व रात को सोते समय एक एक कप ग्रीन टी का सेवन करें ।
रोजाना पी जाने वाली चाय की जगह अगर हम ग्रीन टी पीना शुरू कर दे तो ये वजन कम कर शरीर को फुर्तीला बनाने में फायदा करती है । ग्रीन टी पीने से मेटाबॉलिज्म रेट बड़ जाता है । मेटाबॉलिज्म रेट बढ़ने से वजन कम होता है ।
ग्रीन टी के फायदे के अलावा कुछ ग्रीन टी के नुकसान भी हैं । ग्रीन टी में कैफीन की मात्रा कॉफी की अपेक्षा बहुत कम होती है, लेकिन फिर भी दिन भर में ग्रीन टी का अत्यधिक सेवन करने से अनेक बीमारियां सकती है।
विशेष:
ग्रीन टी के फायदे के अलावा कुछ ग्रीन टी के नुकसान भी हैं । ग्रीन टी में कैफीन की मात्रा कॉफी की अपेक्षा बहुत कम होती है, लेकिन फिर भी दिन भर में ग्रीन टी का अत्यधिक सेवन करने से अनेक बीमारियां सकती है।
इससे पेट की समस्या, अनिद्रा, उल्टी, दस्त आदि हो सकते हैं । दिन में दो कप सेज्यादा ग्रीन टी पीना गर्भवती महिलाओं के लिए नुकसान दायक हो सकता है ।
ग्रीन टी का अधिक सेवन करने से भूख कम हो जाती है, जिस कारण व्यक्ति सही डाइट नहीं ले पाता और शरीर को जरूरी मात्रा में पोषक तत्व नहीं मिल पाते। जिससे व्यक्ति कमजोर हो जाता है । इस लिए ग्रीन टी के फायदे लेने के लिए इसका सेवन नियमित मात्रा में ही करें ।
ग्रीन टी का अधिक सेवन करने से भूख कम हो जाती है, जिस कारण व्यक्ति सही डाइट नहीं ले पाता और शरीर को जरूरी मात्रा में पोषक तत्व नहीं मिल पाते। जिससे व्यक्ति कमजोर हो जाता है । इस लिए ग्रीन टी के फायदे लेने के लिए इसका सेवन नियमित मात्रा में ही करें ।
धन्यवाद ।
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