इलायची के फायदे एवम् उपयोग (elaichi ke fayde in hindi)
इलायची के फायदे का वर्णन इस लेख में करने जा रहे हैं । काली इलायची से शायद ही कोई अपरिचित हो, इसकी सुगंध से भारतीय पाक शास्त्र में पूरी तरह रची बड़ी हुई है । इसका प्रयोग मसाले से लेकर मिठाई तक में किया जाता है । इलायची दो तरह की होती हैं, एक छोटी इलायची अथवा सफेद इलायची के नाम व बड़ी इलायची अथवा कली इलायची के नाम से जानते हैं, दोनों ही इलायची का प्रयोग औषधियों में किया जाता है।
इलायची का पौधा 3 से 4 फिट ऊंचा होता है, इसके पत्ते 1 से 2 फिट लंबे व 3 से 4 इंच चौड़े होते हैं व दोनों और से चिकने होते हैं । इलायची के बीज में एक खुशबू दर तेल पाया जाता है, जिसमें सिनियोल की काफी मात्रा पाई जाती है । इलायची को इंग्लिश में cardamom कहते हैं। इसे ब्रहदेला, बहुला, भद्रेला, एलचा, बड़ा एलाच, इलायची, एलकिक काकुले आदि नामों से जाना जाता है ।
Ilaichi |
इलायची के गुण एवं फायदे (elaychi ke gun evam Fayde):
- इलायची कफ व वात शामक होती है ।
- इलाईची हृदय को उत्तेजित करती है ।
- इलायची दुर्गंधनशक व वमन हर होती है।
- यह पके मुंह में फायदा करती है ।
- दांत दर्द में आराम दिलाती है ।
- मूत्र रुकावट को दूर करती है ।
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इलायची के घरेलू उपयोग (Elaychi ke Gharelu Upyog):
1. दांत दर्द में इलायची के फायदे ( elaychi ke fayde):
- इलायची व लोंग का तेल बराबर मात्रा में लेकर दांतों पर मलने से दांत दर्द में लाभ मिलता है ।
- 4 से 5 इलायची को 400 मिली पानी में उबालकर, क्वाथ बनाने के बाद कुल्ला करने से दांत दर्द में फायदा होता है ।
2. मूत्र विकारों में इलायची खाने के फायदे (elaichi khane ke Fayde):
- इलायची के बीज का चूर्ण व बराबर मात्रा में बूरा मिलाकर इसकी 2 से 3 ग्राम मात्रा को सुबह शाम सेवन करने से मूत्र की रुकावट में लाभ होता है व पेशाब खुलकर होने लगता है ।
- बड़ी इलायची के दस नग छिलका सहित कूट कर इसे 250 ग्राम दूध व 250 ग्राम पानी में उबालें जब 250 ग्राम शेष रह जाए तो इसे छान कर थोड़ी मिश्री मिलाकर दीं में चार बार सेवन करने से मूत्र की रुकावट व जलन दूर होती है ।
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3. सिरदर्द में इलायची के फायदे (elaichi ke fayde):
- इलायची को पीस कर इसका pest बनाकर माथे पर लेप करने से अथवा इसके बीजों को पीस कर सूंघने से सिर दर्द में लाभ मिलता है । पेट की मंदाग्नि को तीव्र करता है ।
- इलायची बीज का चूर्ण व भ्रमर मात्रा में सौंठ का चूर्ण को मिलाकर फंकी लेने से मंदाग्नि में फायदा होता है ।
- इलायची के बीज 8 से 10 व 2 ग्राम सौफ को मिलाकर सेवन करने से मंदाग्नि तीव्र होती है व पाचन में मजबूती मिलती है ।
- केला अधिक कने से अपच हो गई हो तो इलायची खाने से हाजमा तीक हो जाता है ।
4. मुंह से लार का बहना:
मुंह से लार बहता हो या अधिक थूक आती हो तो इलायची व सुपारी को बराबर मात्रा में पीस लें, इसकी 1 से 2 ग्राम मात्रा चाटते रहने से इस कष्ट से राहत मिल जाती है ।
5. इलायची के दमा में उपयोग (elaichi ke fayde in hindi) :
6.लिवर में फायदा करती है इलायची (elaichi ke fayde):
- लिवर का आकार बड गया हो तो इलायची के 1 से 2 ग्राम चूर्ण का नियमित सेवन करने से ही लाभ होता है ।
- इलायची का चूर्ण 2 से 3 ग्राम व इतनी ही पिसी हुई राई को मिलाकर लगातार सेवन करने से लिवर के विकारों में लाभ मिलता है ।
6.ज्वर में इलायची का उपयोग (Elaichi ka Upyog):
- किसी भी प्रकार के ज्वर में इलायची के बीज 2 भाग व बेल के पेड़ की जड़ की छाल एक भाग को कूट कर चूर्ण बना ले ।
- इस चूर्ण को दूध व बराबर मात्रा के पानी में उबालें, जब दूध की मात्रा के बराबर शेष रह जाए तो इसकी 20 मिली मात्रा सुबह दोपहर, शाम सेवन करने से आराम मिलता है ।
विशेष:
इलायची काफी गुणकारी होती है । इलायची के फायदे अनेक हैं । ऊपर बताए प्रयोगों के अलावा इलायची हिचकी, अतिसार, वमन अफ़ारा, पथरी, सूजन, आदि रोगों में उपयोगी है । आशा करता हूं कि आप को लेख अवश्य पसंद आया होगा ।
धन्यवाद ।
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