इमली खाने के फायदे जानकर दंग रहे जाएंगे ( Imli khane ke fayde)

इमली खाने के फायदे - Imli khane ke fayde

स्वास्थ्य लाभ के बारे में जानकारों द्वारा अच्छी तरह अध्ययन किया गया है, कि इसमें  पूरे शरीर में सूजन को कम करने, दृष्टि में सुधार, श्वसन तंत्र को ठीक करने, त्वचा रोग  को ठीक करने और पाचन तंत्र में सुधार आदि में इमली खाने के फायदे होते हैं । 

इमली खाने के फायदे


इमली खाने से हृदय के स्वास्थ्य में सुधार, बवासीर के इलाज और परजीवियों और कृमियों से बचाने के लिए, कोलेस्ट्रॉल को कम करने में फायदा कर सकता है।


इमली का पेड़
इमली का पेड़


इमली का वैज्ञानिक नाम Tamarindus indica L. है। इमली का पेड़ अफ्रीका के उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों, विशेष रूप से यह सूडान का मूल निवासी है। हालाँकि, इसकी खेती अपने अद्वितीय स्वाद और पौशक्ता के कारण दुनिया के लगभग सभी क्षेत्रों में फैल गई है।

इमली को निम्न नामों से जाना जा है ।

अंग्रेजी    -  Tamarind

संस्कृत    -  अमलिका

गुजराती  -  आंब्ली

हिंदी       -  इमली

बंगाली    -  तेतुला

मराठी   -   चिंच

फारसी  -  तिमिर हिंदी


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इमली के गुण धर्म:


कच्ची इमली  खट्टी, वतनाशक, पितनाशक, काफनाशक, तथा रुधिर विकारों को हरती है ।

पकी इमली गरम, रूखी, अग्निदीपक, कफ व वात नाशक होती है ।

इमली के बीज प्रमेह नाशक, आमतिसार, व अतिसार में लाभ दायक होती है ।


इमली खाने के फायदे - imli khane ke fayde


1. अतिसार में इमली के उपयोग (tamarind in hindi):


  • इमली के 10 से 15 पत्ते के रस की की मात्रा को 400 मिली पानी में उबालकर जब चौथा भाग बाकी रह जाय तो इस कवाथ को रोगी को पिलाने से आमतिसर ठीक होता है ।
  • इमली के पत्ते के रस को थोड़ा गरम करके रोगी को पिलाने से भी आमातिसार में लाभ मिलता है ।
  • इमली के बीज की मिंगी का चूर्ण सुबह शाम पानी के साथ फेंकी देने से आमातीसार व अतिसार में फायदा होता है ।
  • पुराने इमली के वृक्ष की जड़ की छल व कालीमिर्च की बराबर मात्रा लेकर दोनो को छाछ के साथ पीस कर मात्र के आकार की गोलियां बना लें ।  इन गोलियों की 1 से 2 नग दिन में तीन बार सेवन करने से आम अतिसार में तुरंत लाभ होता है ।
  • इमली के 12 से 15 ग्राम छिलके तथा 6 ग्राम जीरा व थोड़ी सी ताड़ की शक्कर  लेकर इन तीन को पीस के तीन से चार घंटे के अंतराल पर फेंकी लेने से पुराने से पुराना आमाातिसार ठीक हो जाता है ।

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2. पेट दर्द में इमली खाने के फायदे (imli khane ke Fayde):


इमली की छाल तथा सेंधा नामक को मिट्टी के बर्तन में रख कर जला लें, इसकी 125  मिली ग्राम मात्रा का सेवन करने से पेट दर्द में फायदा होता है ।

3. बहुमूत्र में इमली के बीज के फायदे ( Imli ke beej ke fayde):


इमली के  बीज की 10 ग्राम मात्रा को सुबह पानी में भिगोकर रख दें, शाम के समय इसका छिलका उतार कर इमली कि मींगी का सेवन कर ऊपर से गए का दूध पीने से बहूमुत्र की समस्या ठीक हो जाती है ।


4. लू के असर में इमली का फायदा( tamarind in hindi):


  • इमली के फल के गूदे को तंदे जल के साथ पीसकर सिर पर लगाने से लू का असर खत्म हो जाता है । यह प्रयोग अगर मुंडे सिर पर किया जाय तो उत्तम है ।
  • पकी इमली को पानी में मसल कर इस पानी में कपड़ा भिगोकर शरीर को कुछ समय तक पौछने से लू में राहत मिलती है व मूर्छा में भी फायदा होता है ।

5. पित्त विकार में इमली के उपयोग( Imli ke upyog):


  • इमली के कोमल पत्तियों की सब्जी बनाकर खाने से दह तथा पित्त विकार समाप्त होते है ।
  • इमली व मिश्री का शरबत मिलाकर पीने से  हृदेय की जलन समाप्त होती है ।
  • 25 ग्राम छुआरे व 10 ग्र इमली को एक किलो दूध में उबालकर तथा छानकर पीने से जलन व घबराहट समाप्त होती है ।


6. दाद, फोड़े, फुंसियां में इमली खाने के फायदे ( Imli khane ke fayde ):


  •  फोड़े फुंसी इमलीमें इमली के बीज खाने के फायदे होते हैं, बीज की पुल्टिस बनाकर फुंसी पर बांधने से  फुंसी ठीक हो जाती हैं ।
  • दस ग्राम इमली के पत्ते की पुल्टिस बनाकर बांधने से फोड़ा पक कर टूट जाता है ।
  • इमली के बीजों को नीबू के रस को पीसकर दाद पर लगाने से दाद दूर होता है ।

इमली के अन्य प्रयोग ( temarind in hindi)


  • इमली को पानी में घोल कर कुल्ला करने से पित्त के कारण हुआ मुंह पाक ठीक हो जाता है ।
  • इमली के फूलों की पुल्टिस आंखों पर बांधने से  आंखो की सूजन उतर जाती है ।
  • दस ग्राम इमली को 150 मिली पानी में भिगो कर, घोल छान कर शक्कर मिलाकर पीने से सिरदर्द में आराम मिलता है ।
  • पकी हुई इमली का पानी बनाकर पीने से आंतों के घाव ठीक होते हैं व भूख बढ़ती है ।

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इमली के विशेष प्रयोग ( tamarind in hindi)



पुरानी इमली का गूदा एक किलो को दो किलो जल में भिगोकर, अगले दिन सुबह दो तीन उबले देने के बाद नीचे उतार कर थोड़ा ठंडा होने के बाद मसल कर छान लें, फिर इसमें दो किलो खंड मिलाकर चासनी बना लें । इस गरम चासनी को छानकर ठंडा होने के बाद बोतल में भरकर फ्रिज में रख दें । इस चासनी की 10 से 40 ग्राम मात्रा तीन तीन घंटे बाद सेवन करने से  उल्टी, पित्त, लू, अजीर्ण, तृष्णा, मंदाग्नि व शराब का नशा दूर होता है ।

इस लेख में इमली खाने के फायदे का वर्णन किया गया है, आशा करते हैं कि इमली tamarind in hindi) पर यह लेख आपको पसंद आया होगा ।

धन्यवाद ।
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