खांसी जुकाम में तेजपत्ता के जबरदस्त फायदे - tejpatta ke fayde
तेजपत्ता के पेड़ पहाड़ के जंगलों में पाए जाते हैं । तमालपत्र के पेड़ के पत्ते सूखा कर तेजपात के नाम से बेचे जाते हैं । तेजपत्ता की पत्तियों का रंग हरा होता है, जो सूूख कर धूसर हो जाता है । इसमें एक मनोरम गंध पाई जाती है । तेजपत्ता का उपयोग मसाले के रूप में तो किया ही जाता है साथ ही तेजपत्ता के फायदे - tejpatta ke fayde बहुत से रोगों में होते है ।
तेजपत्ता को इंग्लिश में Indian cinnamon तथा bayleaf के नाम से जाना जाता है, तेजपत्ता को भाषाओं के अनुसार तमालपत्र, tejpaat, तेजपत्ता, लमालपत्र, आदि नामों से जाना जाता है ।
tejpatta |
तेज पत्ता के फायदे - Tejpatta ke fayde
मसाले के तौर पर इस्तेमाल होने वाली तेजपत्ता की पत्तियों में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं । तेजपत्ता की पत्तियों से तेल भी निकाला जाता है, तेजपत्ते में अच्छी मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट पाया जाता है ।
इसके अलावा तेज पत्ते में कई तरह के प्रमुख लवण जैसे कॉपर, पोटैशियम, कैल्शियम, मैंगनीज, सेलेनियम और आयरन आदि पाया जाता है, तेजपात का पेड़ - tej patta tree की छाल का प्रयोग दालचीनी के रूप में किया जाता है, यह भी मसलों व अन्य कामों में प्रयोग की जाती है ।
1. जुकाम, खांसी, सर्दी में तेज पत्ता के फायदे - tejpatta ke fayde
- तेजपत्ता की छाल 5 ग्राम और छोटी पीपली 5 ग्राम लेकर दोनों को पीस ले, इसमें दो चम्मच शहद मिलाकर चाटने से खांसी व जुकाम ठीक होता है ।
- छींक आती हो, सिरदर्द हो, नाक बहता हो तो चाय पत्ती की जगह तेजपत्ते की चाय पीने से आराम मिलता है, ताजपत्ते को सूंघना भी फायदेमंद होता है ।
- तेज पात का चूर्ण एक चम्मच को एक कप दूध में डाल कर सेवन करने से खांसी में आराम मिलता है ।
2. आंख के रोग में तेजपत्ता के फायदे इन हिंदी - benefit of tejpatta in hindi
तेजपत्ते को पीस कर आंख में लगने से आंख का जाला व धुंध मिटती है । नखुना रोग भी इसका प्रयोग करने से ठीक हो जाता है ।
3. सिरदर्द में तेज पत्ता के फायदे - tejpatta ke fayde
100 ग्राम तेजपत्ते पानी के साथ पीस कर माथे पर लेप करने से सिरदर्द में आराम मिलता है । आराम मिलने के बाद लेप हटा ले, सिरदर्द गरमी में हो तथा सर्दी में दोनों ही प्रकार के दर्द में फायदा करता है ।
4. दांतों का मेल उतारने तेज पत्ता के फायदे - tejpatta benefits in hindi
- तेजपत्ते का बारीक चूर्ण बनाकर सुबह शाम दांतों पर मंजन करने से दांतों में चमक आ जाती है ।
- तेज पत्ते के डंठल से दांतों में दोनों टाइम दातुन करने से दांतों में खून आना रुक जाता है व दांत स्वस्थ हो जाते हैं ।
5. गर्भाशय शुद्धि में सहायक है तेजपत्ता - bayleaf in hindi
- Tejpatta का 40 से 50 ग्राम काढ़ा प्रसूता को पिलाने से दूषित मल्ल व रक्त बाहर होकर गर्भाशय शुद्ध होता है ।
- तेजपत्ता का 1 से 3 ग्रा चूर्ण का सुबह शाम सेवन करने से गाभश्ये शुद्ध हो जाता है ।
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6. श्वास व दमा में तेजपत्ता के फायदे - tej patta ke fayde
- तेजपत्ता चूर्ण की एक चम्मच मात्रा को एक कप गरम दूध के साथ सेवन करने से दमा तथा श्वास रोग में लाभ मिलता है ।
- पीपल व तेजपत्ता की दो दो ग्राम मात्रा को कूट कर अदरक के मुरब्बे की चासनी में डाल कर चाटने से दमा व श्वास नली के साइड इफेक्टस समाप्त हो जाते हैं ।
7. तेजपत्ता के अन्य प्रयोग - bayleaf in hindi
1. तेजपत्ता के पत्ते को नियमित रूप से चूसने से हकलाहट में लाभ होता है ।
2. तेजपत्ता - bay leaf की छाल का चूर्ण बारीक कर फांकने से वायु गोला मिटता है ।
3. तेजपत्ता का काढ़ा पीने से पेट फूलने, दस्त लगना आंतों की खराबी आदि बीमारी ठीक हो जाता है ।
4. तेजपत्ता के पत्ते का लेप बनाकर जोड़ो पर लगाने से संधि वात में लाभ मिलता है ।
5. तेज पत्ता के चूर्ण की फंकी लगने से उबकाई रुक जाती है।
6. तेजपत्ता का चूर्ण, एक कप पानी के साथ सेवन करने से शरीर में किसी भी तरह का हो रहा रक्तस्राव रुक जाता है ।
7. तेजपत्ता - bayleaf को नियमित रूप से कुछ दिन चबाने से पीलिया व पथरी की तीव्रता कम होकर आराम मिलजता है।
8. तेज पात का रायता बनाकर सुबह शाम खाने से अरुचि का रोग ठीक हो जाता है ।
9. तेजपत्ता का तेल, दर्द निवारक का भी कम करता है, इसको वेदना वाले स्थान पर लगाने से दर्द में राहत मिलती है ।
10. रात को बिस्तर पर जाने से पहले तेजपत्ते का प्रयोग करना अच्छी नींद आने के लिए बहुत उपयोगी है. तेजपत्ते के तेल की दो तीन बूंदों को पानी में मिलाकर पीने से नींद बहुत अच्छी आती है ।
विशेष
इस लेख में तेजपत्ता के फायदे - tejpatta ke fayde के बारे में वर्णन किया गया है । तेजपत्ता गुर्दे व गुर्दे की पथरी के लिए बहुत फायदेमंद है । इसके लिए तेजपत्ता को उबालकर इसका पानी ठंडा करके पीने से गुर्दे की पथरी व गुर्दे के रोग में फायदा होता है ।
इस लेख का मूल उद्देश्य जनमानस को आर्युवेद के प्रति जागरूक करना है, दवा के रूप में bayleaf प्रयोग इसके निश्चित अनुपात में ही करे । अधिक गंभीर रोग में तेजपत्ता उपयोग किसी वैद्य की सलाह पर ही करे । आशा करता हूं कि आपको यह लेख तेजपत्ता के खास फायदे - tejpatta ke fayde पसंद आया होगा ।
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